अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित पेंसकोला नौसैनिक बेस पर शुक्रवार को हुई गोलीबारी में हमलावर समेत 4 लोग मारे गए। इसके अलावा सुरक्षाबलों से जुड़े 8 अधिकारी जख्मी हो गए। जिहादी समूहों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखने वाली अमेरिकी इंटेलिजेंस ग्रुप एसआईटीई ने बताया कि हमले से पहले उसने सोशल मीडिया पर अमेरिका को 'बुराई का देश' बताया था।
एसआईटीई के मुताबिक, हमलावर ने ट्विटर पर कहा था, ''मैं बुराई के खिलाफ है। अमेरिका पूरी तरह एक 'बुराई के देश' में बदल चुका है। मैं सिर्फ आपके अमेरिकी होने के खिलाफ नहीं हूं। मैं आपके आजादी की वजह से आपसे नफरत नहीं करता। मैं इसलिए नफरत करता हूं, क्योंकि हर दिन आप न केवल मुसलमानों का बल्कि मानवता के खिलाफ अपराध का समर्थन करते हैं।''
हमलावर की पहचान सऊदी अरब के नागरिक के तौर पर हुई। सऊदी अरब के किंग मोहम्मद बिन सलमान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को फोन कर बर्बर घटना पर दुख जताया।
'सऊदी नागरिक घटना से बेहद दुखी'
ट्रम्प ने शुक्रवार को ट्वीट किया- सऊदी किंग सलमान ने अपनी संवेदना और अपनी सहानुभूति जताने के लिए फोन किया। उन्होंने इस बर्बर घटना पर गुस्सा जताया। किंग सलमान ने कहा- हमलावर किसी भी तरह से सऊदी लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। सऊदी नागरिक इस घटना से बेहद दुखी हैं